‘अहिंसा सर्कल’ युवा कवि पयोद जोशी ‘प्रखर’ का पहला कविता संग्रह है। जैसा कि इसके शीर्षक से स्पष्ट है कि इसकी अंतर्वस्तु और कविमन पर ‘अहिंसा’ के विचार का गहरा असर है। इस संग्रह में कुल 67 कविताएँ हैं जिनमें झील का विद्रोह, अपने-अपने आकाश, धीरे-धीरे, एक मकान, गति, अनगिनत आकांक्षाएँ, बेमौसम के बादल, दरख़्त, घोंसला, आशाओं के वृक्ष पर, तलाश, उम्मीद, अकेली धारा आदि कई ऐसी कविताएँ हैं जो अपने कथ्य की बनावट और प्रभाव में अपनी तरफ़ पाठक का ध्यान ख़ासतौर से आकर्षित कर सकती हैं। ये इस समय की सच्चाई के किसी न किसी पक्ष को उद्घाटित करती हैं। इन कविताओं को पढ़कर यह कहा जा सकता है कि पयोद जी की ये कविताएँ उनकी एक बेहतर शुरुआत है। इनसे यह भी स्पष्ट है कि काव्य सृजन के उनके बड़े प्रयोजन और इरादे इन कविताओं में व्यक्त हुए हैं।
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language | Hindi |
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