इस उपन्यास में सीमा और उसके पति गजराज और पिता बलवंत की कहानी है। गजराज कम समय में धनवान बनने की चाहत में अपनी धनवान पत्नि सीमा की हत्या करना चाहता है, ताकि वह उसकी दौलत का मालिक बन सके। लेकिन गजराज का अंधा ससुर वलबंत उसकी हर चाल फेल करता रहता है। इस दौरान करोड़ों की वेन रॉबरी होती है, जिसमें नोट छापने का कागज लूट लिया जाता है। गजराज कागज लूटने वालों से मिलकर उस कागज से अब नोट छापने की योजना बनाता है और पत्नी की हत्या का ख्याल छोड़ देता है। इस दौरान करोड़ों की वेन रॉबरी होती है, जिसमें नोट छापने का कागज लूट लिया जाता है। गजराज कागज लूटने वालों से मिलकर उस कागज से अब नोट छापने की योजना बनाता है और पत्नी की हत्या का ख्याल छोड़ देता है।
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