Titli Dhoop

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भालचन्द्र जोशी 17 अप्रैल, 1956 को जन्मे भालचन्द्र जोशी पेशे से इंजीनियर रहे हैं। आठवें दशक के उत्तरार्द्ध में कहानी लेखन की शुरुआत। आदिवासी जीवन पद्धति तथा कला का विशेष अध्ययन। निमाड़ की लोक-कलाओं और लोक-कथाओं पर काम। चित्रकला में रुचि। देश के प्रमुख अखबारों के लिए समसामयिक विषयों पर लेखन। कुछ समय तक लघु पत्रिका ‘यथार्थ’ का सम्पादन। इसके अतिरिक्त ‘कथादेश’ के नवलेखन अंक (जुलाई, 2002) एवं ‘पाखी’ के प्रेम विशेषांक (अगस्त-सितम्बर, 2020) का सम्पादन। टेलीविजन के लिए क्लासिक सीरीज में फिल्म लेखन। कुछ कहानियों का भारतीय भाषाओं के अतिरिक्त अंग्रेजी भाषा में अनुवाद। आपकी प्रकाशित कृतियाँ हैं—‘नींद से बाहर’, ‘पहाड़ों पर रात’, ‘चरसा’, ‘पालवा’, ‘जल में धूप’, ‘हत्या की पावन इच्छाएँ’ (कहानी-संग्रह); ‘यथार्थ की यात्रा’ (कथा-आलोचना); ‘प्रार्थना में पहाड़’, ‘जस का फूल’ (उपन्यास)। पुरस्कार : मध्य प्रदेश हिन्दी साहित्य सम्मेलन का ‘वागीश्वरी पुरस्कार’, इंडिपेंडेंट मीडिया इनिशिएटिव सोसायटी, दिल्ली का वर्ष 2012 का ‘शब्द-साधक जनप्रिय लेखक सम्मान’, म.प्र. अभिनव कला परिषद भोपाल द्वारा ‘अभिनव शब्द-शिल्पी सम्मान’, जल में धूप कहानी-संग्रह के लिए 2013 का ‘स्पंदन कृति सम्मान’, हत्या की पावन इच्छाएँ कहानी-संग्रह के लिए 2014 का ‘शैलेश मटियानी कथा पुरस्कार’। सम्पर्क : ‘एनी’, 13, एच.आई.जी. ओल्ड हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी, जैतापुर, खरगोन–451 001 (म.प्र.)

 

  • Language: Hindi
  • Binding: Paperback
  • Publisher: Rajkamal Prakashan
  • Genre: Fiction
  • ISBN: 9789393768087
  • Pages: 174
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SKU: 9789393768087 Category:

‘तितली धूप’ संग्रह की कहानियों में ऐसी स्मृतियाँ और अनभिव विन्यस्त हैं जिनमें खिले हुए रंगीन फूलों की खुशबू और उन्माद है तो खुले घाव से रिसते दर्द की कसक भी है। एक सघन-समृद्ध भाषा जीवन यथार्थ की तमाम संश्लिष्टता और सिलवटों से अविच्छिन्न नाता बनाए रखती है। अमूर्तन और यथार्थ का दुर्लभ संतुलन इन कहानियों में ऐसे दृश्य रचता है जो पाठक को सुखद विस्मय से भर देता है। इस संग्रह में ग्रामीण और आदिवासी जीवन की कहानियाँ भी हैं जिनमें दुख, शोषण, गरीबी और बर्बर होते समय की यथार्थ और पारदर्शी छवियाँ हैं। साथ ही भूमंडलीकरण के उत्तर समय के आतंक और सूचना-तकनीक की धूर्त प्रविधियों को कहानी की घटनात्मकता में जीवन मूल्यों की चुनौती की तरह प्रस्तुत किया गया है। इन कहानियों में मनुष्य की गरिमा और उसकी करुणा का संसार है जो इसके विनाश में लाभ का अवसर देखने वाले कारक आशयों तक ले जाकर उनके लिए घृणा का प्रति संसार भी रचती हैं। बाजार की बदनीयती को समझने के बावजूद व्यक्ति अपने ज्ञान के अकेलेपन के साथ रहने को अभिशप्त है। इन कहानियों में लोभ-मग्न होते जा रहे इस उत्तर आधुनिक समय में व्यक्ति की जकड़न की यंत्रणा और मुक्ति की इच्छा, दोनों मौजूद हैं। यहाँ मनुष्य के गरिमापूर्ण सुखद जीवन की दृढ़ लेकिन सरल माँग है। ये कहानियाँ संघर्ष और आवेश को उस संयम और धैर्य के साथ प्रस्तुत करती हैं जो आशयों और सरोकारों के लिए जरूरी है।

Additional information

Weight 0.4 kg
Dimensions 20 × 12 × 5 cm
brand

Natham publication

Genre

Fiction

Binding

Paperback

language

Hindi

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