Kaanpta Shahar
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सुरेन्द्र मोहन पाठक देश के सर्वाधिक बिकने वाले क्राइम लेखक हैं जिनके नाम अब तक 297 हिंदी उपन्यास दर्ज हैं। 1960 के दशक में इनका लेखन इनकी इंडियन टेलीफोन इंडस्ट्रीज़ की नौकरी के साथ- साथ शुरू हुआ। सन् 1959 में उनकी पहली कहानी सत्तावन साल पुराना आदमी मनोहर कहानियां में प्रकाशित हुई थी। सन 1963 में उनका पहला उपन्यास पुराने गुनाह नए गुनहगार मशहूर पत्रिका नीलम जासूस में प्रकाशित हुआ था। पाठक ने अब तक 70 से ज़्यादा थ्रिलर लिखने के अलावा चार सीरीज़ लिखे हैं—सुधीर कोहली सीरीज़, सुनील सीरीज़, जीत सिंह सीरीज़ और विमल सीरीज़।
1977 में छपे उनके उपन्यास पैंसठ लाख की डकैती को बेशुमार शोहरत मिली और अब तक तकरीबन ढाई लाख प्रतियां बिक चुकी हैं। पाठक के उपन्यास कोलाबा कांस्पीरेसी को 2014 में Amazon.in पर सबसे लोकप्रिय पुस्तक चुना गया। उनकी नवीनतम, हीरा-फेरी नील्सन हिंदी चार्ट्स में सबसे ऊपर रही।
- Language: Hindi
- Binding: Paperback
- Publisher: Westland Book
- Genre: Fiction
- ISBN: 9789387578074
- Pages: 303
एक खतरनाक साज़िश को अंजाम देते हुए कुंदन सेठ अपनी जान क्या गवां बैठता है, उसके दोस्त श्यामराव को शहर पर कहर बरपाने की जैसे वजह मिल जाती है। श्यामराव कुंदन सेठ की मौत का बदला लेने के लिए कुछ भी कर गुज़रने को तैयार हो जाता है। कुछ भी!
Additional information
Weight | 0.4 kg |
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Dimensions | 20 × 12 × 5 cm |
brand | Natham publication |
Genre | Fiction |
Binding | Paperback |
language | Hindi |