21 Shreshth Lok Kathayein : Rajasthan
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28 सितम्बर, 1954 को जयपुर में जन्मे राजेन्द्र मोहन शर्मा जी वरिष्ठ साहित्यकार हैं। आपके अब तक आठ उपन्यास, दो व्यंग्य संग्रह, एक कविता संग्रह तथा सामयिक विषयों पर एक किताब प्रकाशित हो चुकी हैं। आप आखरजोत और शिविरा पत्रिका के सम्पादक रह चुके हैं।
सम्प्रतिः अनेक अखबारों के लिए लिख रहे हैं। आपको अनेक पुरस्कारों से नवाजा जा चुका है जिनमें नेपाल का “भारत-नेपाल साहित्यरत्न” भी शामिल है। बाल साहित्य में भी आपका विशेष योगदान है। कोरोना लॉकडाउन पीरियड में आपने बच्चों को ऑनलाईन कहानियां अभिनयात्मक ढंग से सुनाने का अद्भुत और लोकप्रिय काम किया था।
राजस्थानी लोककथाओं पर आपका विशेष अधिकार है। आप हिन्दी के साथ-साथ राजस्थानी में भी लिखते हैं।
- Language: Hindi
- Binding: Paperback
- Publisher: Diamond Books
- Genre: Literature
- ISBN: 9789354868481
- Pages: 120
भारत एक विशाल देश है, जिसमें अनेकों सभ्यताओं, परंपराओं का समावेश है। विभिन्न राज्यों के पर्व-त्योहार, रहन-सहन का ढंग, शैक्षिक अवस्था, वर्तमान और भविष्य का चिंतन, भोजन की विधियां, सांस्कृतिक विकास, मुहावरे, पोशाक और उत्सव इत्यादि की जानकारी कथा-कहानी के माध्यम से भी मिलती है। भारत के सभी प्रदेशों के निवासी साहित्य के माध्यम से एक-दूसरे को जानें, समझें और प्रभावित हो सके, ऐसा साहित्य उपलब्ध करवाना हमारा प्रमुख उद्देश्य है। भारत की आजादी के 75 वर्ष (अमृत महोत्सव ) पूर्ण होने पर डायमंड बुक्स द्वारा ‘भारत कथा माला’ का अद्भुत प्रकाशन।
Additional information
Weight | 0.4 kg |
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Dimensions | 20 × 12 × 5 cm |
brand | Natham publication |
Genre | Literature Books |
Binding | Paperback |
language | Hindi |